simple sanskrit
G S S Murthy's blog in Sanskrit
Sunday, January 13, 2013
Sanskrit blog: A wise saying
सुभाषितम्
प्रखररविमयूखैः फुल्लतां याति पुष्पम्
परिणमति विशुद्धं स्वर्णमग्नौ प्रतप्तम् ।
प्रभवति नवनीतं मन्थनात् तक्रपात्रे
प्रबलबुधविवादात् जायते विश्वतत्त्वम् ॥
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