simple sanskrit
G S S Murthy's blog in Sanskrit
Saturday, February 29, 2020
kasmai devaaya
कस्मै देवाय
माता क्रन्दत्यधीरा ममशिशुरनघः कुत्र गतवान्
अन्यत्रार्तो जनन्यै त्वविरतमबलो रोदिति शिशुः ।
सर्वे पृष्टा रमण्यायि वद किमिह दृष्टो मम पतिः
कस्मै देवाय भूयान्मम नमनमिदानीं वद सखे ॥
---
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment